ॐ ऐं ह्रीं क्लें दिनांकम्पि धर्मात्मा प्रेमाब्धि रामवल्लभ अधैवं मारुते वीर में भष्टदेही सतवरम क्लीं ह्रीं ऐं ओम ।।” जो देवी सभी प्राणियों में स्मृति (स्मरणशक्ति) रूप से स्थित हैं, उनको नमस्कार, नमस्कार, बारंबार नमस्कार है। Will you be seeking very best astrologer On line, do you want in depth https://vashikaran26948.techionblog.com/26625213/not-known-facts-about-sarv-karya-mantra